भारत ने दुबई में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली, जिससे वे तीन में से दो वैश्विक टूर्नामेंट के मौजूदा चैंपियन बन गए। यह जीत खास थी क्योंकि जसप्रीत बुमराह चोटिल थे और विराट कोहली दूसरी गेंद पर आउट हो गए थे, फिर भी भारत ने अपनी गहरी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से ट्रॉफी जीत ली।

भारत ने पिछले दो वर्षों में तीन आईसीसी टूर्नामेंट में 24 में से 23 मैच जीते हैं, जिससे वे सफेद गेंद के क्रिकेट की सबसे बेहतरीन टीम बन गए हैं। हालांकि, इस जीत में भारत को अतिरिक्त फायदे भी मिले। पाकिस्तान को आधिकारिक मेजबान घोषित किया गया था, लेकिन भारत की सुरक्षा चिंताओं के कारण उनके सभी मैच दुबई में खेले गए। इससे उन्हें एक ही पिच पर खेलने का लाभ मिला, जबकि अन्य टीमें पाकिस्तान में अलग-अलग जगहों पर खेलती रहीं।
दुबई की स्पिन-अनुकूल पिचों पर भारत ने चार स्पिनरों को खिलाया, जिसमें कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने अहम भूमिका निभाई। न्यूजीलैंड की टीम 81 गेंदों तक कोई बाउंड्री नहीं लगा सकी।
रोहित शर्मा की तेज़ 76 रन की पारी ने भारत को तेज़ शुरुआत दिलाई। हालांकि न्यूजीलैंड ने वापसी की कोशिश की, लेकिन भारत के बहुआयामी खिलाड़ियों की ताकत ने उन्हें जीत दिला दी। केएल राहुल ने आखिरी रन बनाकर भारत को ट्रॉफी जिताई। भारत की ताकत ऐसी है कि वे बिना किसी अतिरिक्त लाभ के भी जीत सकते थे, लेकिन यह जीत उनकी श्रेष्ठता को और पक्का कर गई।