Friday, May 2, 2025
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नवंबर 2024: Ishaan Kishan का SRH में धमाकेदार आगमन

क्रिकेट में टाइमिंग बहुत बड़ी चीज है—चाहे वो बल्ले से गेंद को सही वक्त पर मारना हो या सही मौके पर सही टीम में शामिल होना। SRH ने किशन को लंबे समय से चाहा था। 2022 सीजन से पहले, जब पिछला ऑक्शन साइकिल शुरू हुआ था, SRH ने उनके लिए 15 करोड़ तक बोली लगाई थी। लेकिन मुंबई इंडियंस (MI) ने आखिरी पल में 15.25 करोड़ की बोली लगाकर किशन को हथिया लिया और उन्हें उस सीजन का सबसे महंगा खिलाड़ी बना दिया। अगर MI उस वक्त आगे नहीं बढ़ता, तो किशन शायद पहले ही SRH का हिस्सा होते। लेकिन तब अभिषेक का ब्रेकआउट सीजन नहीं आया था, और SRH की बल्लेबाजी की आक्रामक रणनीति अभी बन भी नहीं रही थी।

Image Credit: iplt20.com

मैदान पर किशन की शानदार एंट्री

जब किशन SRH की नारंगी जर्सी पहनकर हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में उतरे, तो रविवार की शाम का माहौल गर्म था। हजारों फैंस की भीड़ छक्कों और चौकों की उम्मीद कर रही थी। किशन ने अपनी पहली पारी में तीसरी गेंद पर ही चेन्नई सुपर किंग्स के स्पिनर महेश तीक्ष्णा के सिर के ऊपर से चौका जड़कर अपने इरादे जाहिर कर दिए। यह शॉट लीग के सबसे विस्फोटक टॉप-ऑर्डर में उनकी जगह पक्की करने का संकेत था। उनके दोस्त अभिषेक शर्मा ने 11 गेंदों में 24 रन बनाकर तेज शुरुआत दी और पवेलियन लौट गए, जबकि ट्रैविस हेड मैदान पर थे, जो SRH की बल्लेबाजी की तबाही का लाइव सबूत दे रहे थे। हेड की आक्रामकता, खासकर हैदराबाद की सपाट पिचों पर, SRH की रणनीति का आधार थी, और किशन ने इसे तुरंत अपनाना शुरू कर दिया।

2024 की चुनौतियों का जवाब

2024 में SRH ने जोखिम भरी बल्लेबाजी दिखाई थी, लेकिन सवाल उठ रहे थे कि क्या वे इस स्तर को बनाए रख सकते हैं। आजकल टीमें स्क्रीन पर छोटी-छोटी कमजोरियों को पकड़कर उनका फायदा उठा लेती हैं। SRH ने इस सवाल का जवाब देने के लिए किशन को चुना, और वह उनकी रणनीति में एकदम फिट बैठे। तीक्ष्णा ने ओपनिंग जोड़ी को तोड़ने के बाद पावरप्ले में अपनी तीसरी गेंद डाली। उन्होंने किशन को फंसाने के लिए गेंद को थोड़ा छोटा रखा और ऑफ-साइड पर तीन फील्डर लगाए। लेकिन किशन ने चालाकी से गैप्स ढूंढे और गेंद को ऊपर से मारकर SRH को पावरप्ले में 94/1 तक पहुंचाया। यह पावरप्ले को अधिकतम करने की उनकी रणनीति का हिस्सा था।

पावरप्ले के बाद भी आक्रमण

पावरप्ले खत्म होने से राजस्थान रॉयल्स (RR) के गेंदबाज रियान पराग को थोड़ी राहत मिली, जो SRH की लगातार स्ट्रोक-मेकिंग से परेशान थे। उनके पास डीप में सिर्फ दो फील्डर थे, और किशन-हेड की जोड़ी का जवाब देना मुश्किल हो रहा था। लेकिन फैले हुए फील्ड के बावजूद, किशन ने गेंदबाजों को चैन नहीं लेने दिया। संदीप शर्मा ने अपनी मशहूर धीमी बाउंसर डाली और डीप पॉइंट पर फील्डर तैनात किया, लेकिन किशन ने अपर कट से उस फील्डर को पार कर दिया। फिर जोफ्रा आर्चर की गेंदबाजी में उन्होंने छक्कों की बारिश कर दी। आर्चर के 4 ओवर में 0/76 रन बने, जो IPL इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन था। किशन ने एक गेंद को फाइन लेग के ऊपर से मारा, फिर अगली गेंद पर लेग स्टंप के बाहर जगह बनाकर कवर के ऊपर से स्टैंड्स में पहुंचाया। 25 गेंदों में अर्धशतक पूरा करने के बाद, उन्होंने स्टैंड्स में अपनी फैमिली की ओर इशारा करके जश्न मनाया। इसके बाद फजलहक फारूकी पर भी उनका आक्रमण जारी रहा।

RR की रणनीति फेल

RR के गेंदबाजों ने किशन को रोकने के लिए धीमी गेंदें पिच में डालीं और चौड़े यॉर्कर आजमाए, ताकि उन्हें लंबी स्क्वायर बाउंड्री की ओर खेलने के लिए मजबूर करें। लेकिन किशन ने इन चालों को समझा। वह धैर्य के साथ खेले, अपनी शेप बनाए रखी, और खाली जगहों को निशाना बनाया। नतीजा? 45 गेंदों में उनका पहला IPL शतक! यह उनके लिए बहुत खास पल था, क्योंकि इससे पहले वह IPL में शतक नहीं बना पाए थे।

Image Credit: iplt20.com

किशन की सफलता के पीछे दो कारण

किशन को इतने बेफिक्र अंदाज में खेलने में दो चीजों ने मदद की:

  1. हैदराबाद की सपाट पिच: यह पिच बल्लेबाजों के लिए सपना होती है, जहाँ गेंद सीधे बल्ले पर आती है। SRH ने इसी पर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी की नींव रखी थी।
  2. टीम का सपोर्ट: SRH के कोच और कप्तान ने किशन को साफ कहा था कि परिणाम की चिंता मत करो, बस गेंद को मारो और अपने खेल का मजा लो।

किशन ने बाद में कहा, “यह सिर्फ इसलिए नहीं कि मैंने शतक बनाया और अब बोल रहा हूँ। यहाँ आने पर संदेश साफ था—अगर गेंद मारने लायक है, तो मारो, अपना पल जियो, मस्ती करो।”

मुश्किल वक्त से उबरकर वापसी

पिछले 18 महीने किशन के लिए आसान नहीं थे। उन्होंने BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खो दिया था और तीनों फॉर्मेट—टेस्ट, वनडे, और T20—में भारतीय टीम से बाहर हो गए थे। मानसिक और पेशेवर रूप से यह उनके लिए कठिन दौर था। लेकिन SRH ने उन्हें एक नया मौका दिया, और किशन ने इसे दोनों हाथों से थाम लिया। इस शतक के साथ उन्होंने न सिर्फ अपनी काबिलियत दिखाई, बल्कि यह भी साबित किया कि वह अभी भी खेल के टॉप लेवल पर हैं। SRH की जर्सी में उनका यह नया अध्याय उनके करियर का एक शानदार टर्निंग पॉइंट बन गया।

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