अश्विन ने गाबा टेस्ट के बाद अपने शानदार करियर को अलविदा कह दिया। वह भारत के सबसे बेहतरीन मैच-विनर में से एक हैं और उन्होंने एक बड़ी विरासत छोड़ी है। भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने अश्विन के बारे में बात करते हुए कहा कि वह हमेशा अपने खेल को बेहतर बनाने की कोशिश करते थे।
शास्त्री ने कहा, “अश्विन कभी भी अपने मौजूदा स्तर से संतुष्ट नहीं थे। वह हमेशा नई चीजें सीखना चाहते थे और अपने करियर के आखिरी दिनों तक नई ट्रिक्स पर काम करते रहे।”
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 500 से ज्यादा विकेट लिए हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। पिछले कुछ सालों में उनका प्रदर्शन और भी बेहतर हुआ है। शास्त्री ने कहा कि अश्विन और रविंद्र जडेजा की जोड़ी ने भारत के लिए कमाल किया है। दोनों ने एक-दूसरे को सपोर्ट किया और विकेट लेने में मदद की।
शास्त्री ने यह भी कहा कि अश्विन दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ समान रूप से प्रभावी रहे हैं। उनकी गेंदबाजी में ड्रिफ्ट और डिप ने उन्हें खास बनाया। शास्त्री के मुताबिक, अश्विन हर चुनौती के लिए तैयार रहते थे और उन्होंने हर तरह के बल्लेबाज को आउट करने की क्षमता दिखाई।