Thursday, March 20, 2025
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BCCI का बड़ा फैसला: विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार को लेकर कोई बदलाव नहीं

BCCI ने ‘फैमिली डिक्टेट’ पर पुनर्विचार की खबरों को किया खारिज, खिलाड़ियों के लिए नियमों में कोई बदलाव नहीं!

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन सभी खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया है, जिनमें यह कहा जा रहा था कि बोर्ड विदेशी दौरों के दौरान खिलाड़ियों के परिवारों के साथ रहने की समय-सीमा को लेकर अपने नियमों में कोई बदलाव करने वाला है।

दरअसल, भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार मिलने के बाद BCCI ने ‘फैमिली डिक्टेट’ लागू किया था, जिसके तहत खिलाड़ियों के परिवार सिर्फ एक तय सीमा तक ही उनके साथ विदेशी दौरे पर रह सकते हैं। हालांकि, जब विराट कोहली ने इस नियम की आलोचना की, तो कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि BCCI इस नियम में बदलाव कर सकता है।

लेकिन अब BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है और मौजूदा नीति पहले की तरह लागू रहेगी।


क्या कहा BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने?

Cricbuzz से बातचीत के दौरान सैकिया ने साफ शब्दों में कहा,
🔹 “फिलहाल, मौजूदा नीति जस की तस बनी रहेगी, क्योंकि यह देश और बोर्ड दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”

🔹 “हमें पता है कि कुछ खिलाड़ी या लोग इस फैसले से खुश नहीं होंगे, लेकिन लोकतंत्र में हर किसी को अपनी राय रखने का हक है।”

🔹 “यह नियम सिर्फ खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि कोच, मैनेजर, सपोर्ट स्टाफ और टीम के अन्य सदस्यों पर भी समान रूप से लागू होता है।”


BCCI का यह नियम कब और क्यों लागू हुआ?

बीसीसीआई सचिव के अनुसार,
👉 यह नियम कोई नया नहीं है, बल्कि दशकों से चला आ रहा है।
👉 यह नीति BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी के क्रिकेट खेलने के दिनों से लागू है, और शायद उससे भी पहले से।
👉 इसका मुख्य उद्देश्य टीम का अनुशासन बनाए रखना और खिलाड़ियों को खेल पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करना है।


खिलाड़ियों के परिवारों के लिए नियम क्या हैं?

🔸 अगर टीम का विदेशी दौरा 45 दिनों से अधिक लंबा होता है, तो खिलाड़ी अपने परिवार को सिर्फ दो हफ्तों तक साथ रख सकते हैं।
🔸 कुछ विशेष परिस्थितियों में BCCI छूट दे सकता है, लेकिन इसके लिए एक उचित प्रक्रिया का पालन करना होगा।

सैकिया ने यह भी बताया कि नए नियम में खिलाड़ियों के प्रैक्टिस सेशन, मैच शेड्यूल, टीम मूवमेंट, सामान (लगेज) और अन्य गतिविधियों से जुड़े दिशानिर्देश और भी सख्त कर दिए गए हैं।


BCCI का फैसला – खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद या नुकसानदायक?

👉 BCCI का मानना है कि यह नियम टीम की एकता और अनुशासन बनाए रखने के लिए लागू किया गया है।
👉 इससे खिलाड़ियों को खेल पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा।
👉 हालांकि, कुछ खिलाड़ी, खासतौर पर विराट कोहली जैसे सीनियर प्लेयर्स, इस फैसले से खुश नहीं हैं।

अब जब BCCI ने साफ कर दिया है कि नीति में कोई बदलाव नहीं होगा, यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में खिलाड़ी इस फैसले पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं! 🤔🔥

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